मेसोमेरिक, इलेक्ट्रोमेरिक और हाइपरकंजुगेशन प्रभाव विज्ञान के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये सभी प्रभाव अलग-अलग तरीकों से अणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण को संभव बनाते हैं।
मेसोमेरिक प्रभाव एक ऐसा प्रभाव है जो अणु के बीच इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण को संभव बनाता है। इस प्रभाव के द्वारा अणु के बीच एक या एक से अधिक डबल बॉन्ड बनते हैं। इस प्रभाव का उदाहरण नाइट्रोबेंजीन है।
इलेक्ट्रोमेरिक प्रभाव एक ऐसा प्रभाव है जो अणु के बीच इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण को संभव बनाता है। इस प्रभाव के द्वारा अणु के बीच एक या एक से अधिक डबल बॉन्ड बनते हैं। इस प्रभाव का उदाहरण एसिटोन है।
हाइपरकंजुगेशन प्रभाव एक ऐसा प्रभाव है जो अणु के बीच इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण को संभव बनाता है। इस प्रभाव के द्वारा अणु के बीच एक या एक से अधिक डबल बॉन्ड बनते हैं। इस प्रभाव का उदाहरण एथिलीन है।
इन सभी प्रभावों का उपयोग अणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण को संभव बनाने के लिए किया जाता है। इन प्रभावों का उपयोग अणुओं के बीच बॉन्ड बनाने में भी किया जाता है। इन प्रभावों का अध्ययन विज्ञान के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है।
Loading...